Haryana:करनाल में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से फिल्म फेस्टिवल का आगाज, दिखाई गई फिल्में व लघुफिल्में – Film Festival Begins With Cultural Presentations In Karnal

करनाल में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से फिल्म फेस्टिवल का आगाज
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
हरियाणा के करनाल में छठे हरियाणा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आगाज बुधवार को सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ। पंडित चिरंजीलाल शर्मा राजकीय पीजी कॉलेज के सभागार में चल रहे फेस्टिवल के पहले दिन दर्शकों को लाइफ एक्सप्रेस और छिपकली मूवी सहित कुछ लघु फिल्में दिखाई गई। जिनका दर्शकों ने खूब आनंद लिया और तालियां बजाकर अभिवादन भी किया।
संस्कृति सोयायटी फॉर आर्ट एंड कल्चर डेवलपमेंट संस्था की ओर से कर्ण नगरी में पहली बार पांच दिवसीय फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। कार्यक्रम में पहले दिन फिल्म अभिनेता यशपाल शर्मा और बंगाली फिल्मों की अभिनेत्री ऋतुपर्णा सेनगुप्ता मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। उन्होंने दर्शकों से अपने अनुभव साझा किए।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के प्रतिनिधि संजय बठला, मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक जगमोहन आनंद और सीनियर डिप्टी मेयर राजेश अग्गी विशेष रूप से पहुंचे। फेस्टिवल के निर्देशक धर्मेंद्र डांगी ने उनका स्वागत किया। हिसार से पहुंची कलाकार महिलाओं ने हरियाणवी परिधान में अपने अंदाज में अतिथियों का स्वागत किया।
वहीं, मंच पर सबसे पहले हरियाणवी नृत्य और इसके बाद ब्रज की झलक के रूप में राधा-कृष्ण की प्रस्तुति दी गई। वहीं, कार्यक्रम की शुरुआत में दिवंगत अभिनेता सतीश कौशिक, दरियाव सिंह मलिक, सीताराम पंवार, कमलजीत मुदगिल, ओपी मिगलानी और सुशांत राजपूत आदि को दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई।
सतीश कौशिक का जाना सिनेमा जगत की छत गिरने के समान
अभिनेता यशपाल शर्मा ने बातचीत में कहा कि फिल्म निर्माता सतीश कौशिक हरियाणवी सिनेमा की छत थे, उनका जाना सिनेमा जगत की छत गिरने के समान है। उनके निधन से बड़ा नुकसान हुआ है। हरियाणवी सिनेमा के विस्तार और चलन के लिए उनकी योजनाएं तो अभी शुरू ही हुई थी। सबसिडी देना और हरियाणा के गांव-गांव में सिनेमा पहुंचाना उनकी योजना में प्राथमिकता थी। मैंने उनके साथ गैंग्स ऑफ वासेपुर फिल्म सहित कई प्रोजेक्ट पर काम किया जो कि यादगार रहेगा।
एक दिन हरियाणवी भी लाएंगे ऑस्कर
अभिनेता यशपाल शर्मा ने कहा कि हरियाणा सिनेमा की स्थिति पहले के मुकाबले काफी अच्छी हो गई है। एक दिन ऑस्कर भी हमें मिलेगा। दादा लख्मी चंद फिल्म का उदाहरण देते हुए बताया कि इस फिल्म से काफी लोगों को रोजगार मिला। बहुत से ऐसे लोग जो कभी सिनेमा नहीं गए, इस फिल्म के आने पर वे भी सिनेमा पहुंचे। और भी कई फिल्में आ रही हैं, इससे स्थिति और बदलेगी। हरियाणवी सिनेमा से बहुत लोगों को रोजगार मिला है। नए एक्टर आए हैं, नए डायरेक्टर आए हैं। अलग-अलग कंटेंट का प्रयोग किया जा रहा है।
Source link