चंडीगढ़ में चलेगी मेट्रो:गवर्नर संग बैठक में हरियाणा के सीएम ने दिए कई सुझाव, पंजाब ने मांगा समय – Punjab Governor Banwarilal Purohit To Meet With Punjab And Haryana Cm On Increasing Traffic In Chandigarh

चंडीगढ़ में मेट्रो पर मंथन

चंडीगढ़ में मेट्रो पर मंथन
– फोटो : अमर उजाला

विस्तार

चंडीगढ़ में मेट्रो पर लगभग सहमति बन गई है। पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित की अध्यक्षता में चंडीगढ़ समेत ट्राइसिटी में बढ़ रहे ट्रैफिक जाम को खत्म करने पर चर्चा हुई। बैठक में हरियाणा के सीएम मनोहर लाल मौजूद रहे। वहीं पंजाब के सीएम भगवंत मान के संगरूर दौरे पर होने के कारण मंत्री अनमोल गगन मान ने बैठक में हिस्सा लिया।

बैठक में हरियाणा ने कुछ सुझाव दिए हैं जबकि पंजाब ने अभी कुछ समय मांगा है। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सुझाव दिया है कि जीरकपुर को पिंजौर- कालका तक मेट्रो से जोड़ा जाए। चंडीगढ़ से भी पिंजौर- कालका तक जोड़ने का काम मेट्रो करे। मेट्रो के पहले फेज में ही ये रूट शामिल किए जाए। इसके अलावा पंजाब, हरियाणा सचिवालय, विधानसभा, हाईकोर्ट, एयरपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को पहले फेज में ही मेट्रो से जोड़ा जाए। 

यह भी पढ़ें: Kotakpura Firing: पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल की अग्रिम जमानत याचिका मंजूर, सुखबीर बादल को नहीं मिली राहत

राइट्स की तरफ से दी गई रिपोर्ट में दो फेस में मेट्रो का काम किया जाना है। पहले फेज में चंडीगढ़ के ज्यादातर हिस्सों को मेट्रो से जोड़ने का प्रस्ताव है। दूसरे फेज में पंचकूला-मोहाली के अन्य इलाकों को जोड़ने की बात कही गई है, जबकि हरियाणा सरकार की तरफ से कहा गया है कि पहले फेस में ही पंचकूला के कई हिस्सों को जोड़ा जाए। इसके अलावा मेट्रो के विस्तार में घग्गर नदी और नए पंचकूला को भी शामिल करने को कहा गया है। 

यह भी पढ़ें: Bathinda: इंटरव्यू देख चढ़ा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई से मिलने का शौक, दिल्ली से दो नाबालिग पहुंचीं बठिंडा जेल

राइट्स की रिपोर्ट को चंडीगढ़ प्रशासन की तरफ से मंजूरी दे दी गई है। हरियाणा सरकार के सुझाव को रिपोर्ट में शामिल करने के लिए 15 दिन का समय मांगा गया है। बैठक में पंजाब की तरफ से कोई सुझाव नहीं दिया गया। हालांकि उन्होंने 7 दिन का समय मांगा है, जिसके अंदर व रिपोर्ट को पढ़ने के बाद अपने सुझाव देंगे। प्रशासक के सलाहकार धर्मपाल ने बताया कि रिपोर्ट को मंजूरी देने के बाद केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। क्योंकि मेट्रो में  साढ़े 10 हजार करोड़ से ज्यादा का खर्च आने वाला है, 60 फीसदी खर्च केंद्र सरकार उठाएगी जबकि 40 फीसदी खर्च पंजाब हरियाणा और चंडीगढ़ द्वारा मिलकर उठाने पर सहमति बनी है।


Source link

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button